बुधवार, 20 जनवरी 2016

जी मैथिल जी मिथिला में बस मैथिलि जी




अद्भुत प्रस्तुति 

मिथिलाक खान-पान

                                          
 मिथिलाक खान-पान के एक टा अद्भुते कला कहल जैक चाही जे परंपरा अई संस्कृति अई .....महो महो भ गेल .....सुनु पराती भोरे भोर ..... J

सोमवार, 21 अक्तूबर 2013

धिया के जनम जुनी दै.....

अमुआ के डारि चढ़ी बोले रे कोयलिया, धिया के जनम जुनी दै,
कठिन सेनुरक लाज हो विधाता, धिया के जनम जुनी दै,
धिया के जनम जों दियह हे विधाता, निर्धन कुली जुनी दै,
निर्धन कुल जों दियह हे विधाता, पुरुख मुरुख जुनी दै.....

Maithili Film Senurak Laaj सेनुरक लाज 

शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

तितली बैन उड़ी जाई

Maithili Film Senurak Laaj सेनुरक लाज 


स्वक्षन्द्ताक, उन्मुक्तताक, अल्हरताक आ सहजताक अति उत्कृष्ट अभिनय नृत्य प्रस्तुति आ अति सुन्दर मधुर गीत अन्यत्र भेटव दुर्लभ अई |   

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

आदर्श विवाह

मैथिली फिल्म  - हम नहीं जायब पिया के गाम
ई एकटा  हास्यास्पद आ दुर्भाग्य पूर्ण गप्प अई जे आजुको समय में मैथिली में सिर्फ दहेजे टा पर सिनेमा बनैत अई |

समाज पर सिनेमा बनैत अई .....कि ई संभव अई कि सिनेमा स समाज बदलत आ आदर्श विवाह के अपनाओत  आ अपना के सभ्य कहै में गौरव के अनुभव करत |

मंगलवार, 29 मई 2012

सौराठ सभाक एक हजार वर्षक गौरबपूर्ण इतिहास अहाँ स किछ कहैत अई


मैथिलक गौरवपूर्ण धरोहर सौराठ सभाक मृत प्रायः भै गेला स समस्त मिथिलाक प्रम्परक नस्ट भेनाई तय भ गेल अई | अंतरजातीय विवाह आ बर्न्शंकर अई गौरबशाली समाज के पूर्णतह  नस्ट क देत आ एकर पूर्ण जिम्मेदार हम स्वयं लोभी, दहेजक भूखल, स्वाभिमान स हीन, पुरषार्थ विहीन  मैथिलबासी छि जे अपन आचरण स हीन ब्राम्हण स बनिया बनी गेल छि, जे सम्बन्ध नई व्यापार करै छि, जे स्त्रीक सम्मान पीढ़ीक निर्माणक लेल नई, ओकर उपहास कई भोगक लेल उपयोग करै छि |  संकल्प करू सहयोग करू अपन संस्कार-सभ्यातक उत्थान करू | 

मिथिला केर ब्यथा दहेज़.....


एकटा गंभीर प्रश्न अई कि आई के बौधिक और तकनिकक युग में हम सब ध्यान-ज्ञान-विज्ञान के छोड़ी दहेजक दुःख गीत गबै लेल बाध्य छि !